कोरोना प्रभावितों के लिए 25 करोड़ के दान पर ट्विंकल ने पूछा सवाल, फिर अक्षय का जवाब सुना तो हुआ उन पर गर्व

कोरोनावायरस के संकट के बीच अक्षय कुमार ने प्रधानमंत्री राहत कोष में 25 करोड़ रुपए का योगदान दिया है। उनकी पत्नी ट्विंकल खन्ना ने उनके इस कदम की तारीफ की है और कहा है कि उन्हें अक्षय पर गर्व है। ट्विंकल की मानें तो उन्होंने अक्षय से इतनी बड़ी रकम दान करने को लेकर सवाल किया था और उन्हें जो जवाब मिला वह वाकई बहुत भावुक और प्रेरणादायक है। 


ट्विंकल ने अक्षय कुमार के ट्वीट को री-ट्वीट करते हुए लिखा है, "मुझे इस आदमी पर गर्व है। जब मैंने उनसे पूछा कि क्या वे इस बात को लेकर सुनिश्चित हैं कि यह बहुत बड़ी रकम है और हमें यह देने की जरूरत है? तो उन्होंने सिर्फ इतना कहा- जब मैंने शुरुआत की थी तो मेरे पास कुछ भी नहीं था और अब जबकि मैं इस स्थिति में हूं तो ऐसे लोगों के लिए जो कर सकता हूं, उससे खुद को कैसे रोक सकता हूं।"


अक्षय के संघर्ष पर एक नजर


52 साल के अक्षय कुमार आज भले ही बॉलीवुड के सुपरस्टार हैं। लेकिन यहां तक पहुंचने के लिए उन्हें काफी पापड़ बेलने पड़े। स्कूल के दिनों में वे सरकारी नौकरी का ख्वाब देखते थे। लेकिन कॉलेज के दिनों में वे मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग के लिए बैंकाक चले गए, जहां सर्वाइव करने के लिए उन्हें बतौर वेटर काम किया और शेफ बनने की ट्रेनिंग भी ली। 


फिर भारत लौटकर मार्शल आर्ट सिखाना शुरू किया। रिपोर्ट्स की मानें तो बीच में कोलकाता में चपरासी के तौर पर काम किया। सेल्समैन बन ढाका गए और दिल्ली में ज्वैलरी ट्रेडर के रूप में भी काम किया। फिर जब मार्शल आर्ट सिखाना दोबारा शुरू किया तो स्टूडेंट्स की सलाह पर मॉडलिंग में हाथ आजमाने निकल पड़े। कम ही लोगों को पता होगा कि अपना पोर्टफोलियो तैयार कराने के लिए अक्षय ने फोटोग्राफर जयेश सेठ के साथ बतौर असिस्टेंट 18 महीने तक फ्री में काम किया था।  फिल्मों के लिए ऑडिशन दिए और बतौर बैकग्राउंड डांसर भी काम किया। 


काफी धक्के खाने के बाद उन्होंने 1991 में 'सौगंध' से डेब्यू किया, जो फ्लॉप रही। 'खिलाड़ी' (1992) से उन्हें पहचान मिली। अपने करियर में अक्षय ने काफी उतार-चढ़ाव देखे। 1991- 1993 (सिर्फ , 1995-1999 और 2008- 2012 वह पीरियड है, जब अक्षय की फिल्में कमाल नहीं दिखा सकीं। 2013 से वे लगातार हिट पर हिट दिए जा रहे हैं।